ग़ज़ल को लेकर मैं बहुत संवेदनशील हूं । जब भी अखबार में कोई रचना पढ़ने को मिलती है जिसे ग़ज़ल नाम दिया होता है जबकि वो ग़ज़ल के नियमों के अनुसार सही नहीं होती तब मैं संपादक जी से ये कहने से खुद को रोक नहीं पाता की आपका चयन सही नहीं है । और इस बात से वो नाराज़ भी हो जाते हैं ।
फेसबुक पर कई ग्रुपस में कुछ लोगों की रचना पसंद आती है मगर उनको कई बार ग़ज़ल के नियम बाहर मीटर आदि के बारे जानकारी नहीं होती है... । वे नहीं जानते कि कैसे किसी से ग़ज़ल कहना सीखा जाये । आज यहां उन मित्रों के लिये कुछ किताबों की जानकारी देना चाहता हूं ।
१ ग़ज़ल और ग़ज़ल की तकनीक ( लेखक रामप्रसाद शर्मा महरिष )
प्रकाशक : जवाहर पबलिशरस १५ डी डी ए मारकेट बेर सराय , निकट जे एन यू ओलड कैमपस , दिल्ली ( बहुत ही विदवान हैं लिखने वाले व इस में सभी जानकारी है )
२ ग़ज़ल निर्देशिका ( ये भी आर पी शर्मा जी की किताब है ,इसमें शुरूआत की जानकारी ही है । आप इस से भी सीख सकते हैं ।
प्रकाशक : तारिका प्रकाशन , अमबाला छावनी हरियाणा ।
३ जिनको ग़ज़ल कहनी है मगर भाषा हिंदी है , उनके लिये मेरे मित्र विपिन सुनेजा जी की किताब सरल तरीके से समझाती है ।
बात ग़ज़ल की ( किताब का नाम ) प्रकाशक : नवशिला प्रकाशन , नांगलोई , दिल्ली
फेसबुक पर कई ग्रुपस में कुछ लोगों की रचना पसंद आती है मगर उनको कई बार ग़ज़ल के नियम बाहर मीटर आदि के बारे जानकारी नहीं होती है... । वे नहीं जानते कि कैसे किसी से ग़ज़ल कहना सीखा जाये । आज यहां उन मित्रों के लिये कुछ किताबों की जानकारी देना चाहता हूं ।
१ ग़ज़ल और ग़ज़ल की तकनीक ( लेखक रामप्रसाद शर्मा महरिष )
प्रकाशक : जवाहर पबलिशरस १५ डी डी ए मारकेट बेर सराय , निकट जे एन यू ओलड कैमपस , दिल्ली ( बहुत ही विदवान हैं लिखने वाले व इस में सभी जानकारी है )
२ ग़ज़ल निर्देशिका ( ये भी आर पी शर्मा जी की किताब है ,इसमें शुरूआत की जानकारी ही है । आप इस से भी सीख सकते हैं ।
प्रकाशक : तारिका प्रकाशन , अमबाला छावनी हरियाणा ।
३ जिनको ग़ज़ल कहनी है मगर भाषा हिंदी है , उनके लिये मेरे मित्र विपिन सुनेजा जी की किताब सरल तरीके से समझाती है ।
बात ग़ज़ल की ( किताब का नाम ) प्रकाशक : नवशिला प्रकाशन , नांगलोई , दिल्ली
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